राखी लेकर बहना आई — ऋतु सावन मनभावन आई, शुभ पावन अवसर आया है। शुचि मधुमय पूनम का यह दिन, राखी का उत्सव लाया है।। घर आँगन की बगिया महकी, उपवन में चिड़ियाँ चहकी। धानी चूनर ओढ़ धरा अब, मन खिला सुमन कलियाँ लहकी।। अब बेला आई अलबेली, रस सकल सृष्टि बरसाया है। शुचि मधुमय […]
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