ॐ सांई राम! श्री साई बावनी जय ईश्वर जय साई दयाल, तू ही जगत का पालनहार, दत्त दिगंबर प्रभु अवतार, तेरे बस में सब संसार! ब्रम्हाच्युत शंकर अवतार, शरनागत का प्राणाधार, दर्शन देदो प्रभु मेरे, मिटा दो चौरासी फेरे! कफनी तेरी एक साया, झोली काँधे लटकाया, नीम तले तुम...