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This blog has poems, stories and articles both in hindi and english language.
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Mother’s Day Special Messages
ई-पत्रिका, हर स्त्री एक “प्रेरणा” के मंच पर हम हर त्यौहार बड़े उत्साह के साथ मनाते रहे हैं, ऐसे में स्त्री के सबसे पावन नाम ‘मां’ को भला कैसे भूल सकते हैं… प्रेरणा…
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Beautiful Hindi Poem on New Year’s by Dr. Manju Lohda
नए वर्ष का स्वागत बिल्कुल वैसे नए वर्ष तुम आना, जैसे घर में नवजात शिशु आता है, साथ में ढेरो खुशियाँ लाता है़ं। देखकर उसका सलोना मुखडा़ माँ सारी पीड़ा भूल जाती है।…
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Best Hindi Poem On Mother by Mona Chandrakar
मोना चन्द्राकर मोनालिसा रायपुर छत्तीसगढ़ माँ क्या है ? माँ एक शीतल छांव है । माँ नहीं होती तो हमें जन्म कौन देता । माँ ईश्वर का सबसे अद्भुत अप्रतिम सृजन है…
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Sharad Purnima and it’s Medicated Properties by Vinita Agnihotri
शरद पूर्णिमा की चांदनी के औषधीय गुण -विनीता अग्निहोत्री भारत में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों को ध्यान से देखा जाए तो हम देख सकते हैं कि यह मनुष्य को प्रकृति से मिलने…
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An Interesting Article On Woman from Vedic Period to Technical Era By Dr. Meera Mishra
मीरा मिश्रा, सेवा निवृत्त प्रोफेसर, बराबू, मुजफ्फरपुर. ‘वैदिक ऋषिका से आधुनिका तक’-पथ महान या पथिक ? महिला, अर्थात महान, के कृतित्व की पूर्वकथा स्मरणीय है-पूर्व-वैदिक, वैदिक काल में उनका पारिवारिक, वैचारिक, धार्मिक व्यक्तित्व…
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A Best Hindi Short Story by Damini Singh Thakur
दामिनी सिंह ठाकुर इंदौर, मध्य प्रदेश कम शब्दों में बहुत बड़ा मैसेज है यह कहानी। नारीवाद के इस अभियान में इस तरह की कहानियों की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। रोजमर्रा की जिंदगी से…
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Festivals of India: Hariyali Teej
एक लेख: हर रंग तीज का (द्वारा रमनदीप कौर, पटियाला, पंजाब) हमारे देश के अलग-अलग प्रांतों में एक ही त्यौहार (Festivals) को कई तरह से मनाया जाता है। इनसे…
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Wonderful Hindi Article on Existence of Women after 75 years of Indian Independence & by Maya Saini
आजादी, महज एक शब्द बनकर रह गया है, आज विदेशी लोगो की आजादी का 75 वा साल है, हम 75 सालों में कितने बदले है? आइये हम आपको हमारे समाज और देश का…
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Micro Tale by A Best Indian Hindi writer Seema Garg Manjari
सीमा गर्ग मंजरी मेरठ कैंट, उत्तर प्रदेश लघुकथा – “असहाय” “चम्पा! ओ चम्पा !! मै मन्दिर दीप जलाकर आती हूँ तब तक तू खाने की तैयारी कर। “चम्पा को आवाज देकर उसकी सासुमाँ…
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An Amazing Hindi Poem by Senior Poetess Manju Srivastava
वर्जीनिया, अमेरिका से कवयित्री मंजू श्रीवास्तव जी मूलतः देहरादून निवासी, एक क्लासिकल कत्थक डांसर हैं साथ ही साहित्य सेवारत भी हैं। वर्जीनिया में सीनियर सिटीजन सेन्टर में ऐच्छिक तौर पर कत्थक का प्रशिक्षण…