Best Hindi Poems with Feel: Aaks-The Reflection
A- अक्स क्यों इतना मजबूर मेरा वजूद नज़र आता है, उलझा उलझा बड़ा फ़िजूल नज़र आता है.. अपनी आंखों के बिखरते सपनों का, कतरा कतरा ज़हर सा नज़र आता है.. हम ढूंढते रहे जिन गलियों में खुद की परछाई, उन गलियों में अंधेरा ही नज़र आता है.. वो ख्वाहिशें...
MyPoem: Sometimes
Sometimes, I want to get lost somewhere… Hide myself in a secret attire…. May be Inside a shell, or in a tomb, Where no one either seeks me.. Or could see my flow.. Where no signals found & no mail could drop.. Where I keep my emotions safe &...
MyPoems: घर की धूल
घर की धूल *चमकती धूप में जब कभी देखा अपनी हथेली को, कम नहीं पाया किसी से भी इन लकीरों को, *कुछ कमी तो रह गई फिर भी नसीब में मेरे, ठोकरें खाता रहा मन हर कदम तकदीर से! *हर सुबह लाती है मुझमें, इक नया सा हौंसला, हिम्मतें...