होली में घर पर भी बनाइए मजेदार पकवान रंगों से सराबोर होली के बारे में सोचते ही जहां एक ओर लाल-गुलाबी रंगों की महकती फुहार महसूस होने लगती है, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक पकवानों की खुशबू से मुंह में पानी आ जाता है। हमारा देश त्योहारों के साथ साथ जुड़े पकवानों की परंपरा से ओतप्रोत […]
Read Moreमीरा मिश्रा, सेवा निवृत्त प्रोफेसर, बराबू, मुजफ्फरपुर. ‘वैदिक ऋषिका से आधुनिका तक’-पथ महान या पथिक ? महिला, अर्थात महान, के कृतित्व की पूर्वकथा स्मरणीय है-पूर्व-वैदिक, वैदिक काल में उनका पारिवारिक, वैचारिक, धार्मिक व्यक्तित्व स्वातन्त्र्य, सफल पत्नीत्व, मातृत्व, सम्यक् चिन्तन, शिक्षा, आत्म-विकास के मार्ग पर, अग्रणी रहा। उत्तर-वैदिक काल में, “अपराध-अंधकार-पुंज” व “पुरुष-मुखापेक्षी” रूप, कालिदास की […]
Read Moreदामिनी सिंह ठाकुर इंदौर, मध्य प्रदेश कम शब्दों में बहुत बड़ा मैसेज है यह कहानी। नारीवाद के इस अभियान में इस तरह की कहानियों की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। रोजमर्रा की जिंदगी से मेल खाती हुई और लगभग सभी के साथ समावेश बनाती हुई कहानी है यह। हमारे समाज में चाहे जितनी भी जागरूकता अभियान […]
Read Moreआजादी, महज एक शब्द बनकर रह गया है, आज विदेशी लोगो की आजादी का 75 वा साल है, हम 75 सालों में कितने बदले है? आइये हम आपको हमारे समाज और देश का एक आईना दिखाते हैं__ जयपुर, राजस्थान की -माया सैनी शिक्षिका होने के साथ साथ दर्शनिक रचनाकार… हमें महज अंग्रेजो से आजादी मिली […]
Read Moreसीमा गर्ग मंजरी मेरठ कैंट, उत्तर प्रदेश लघुकथा – “असहाय” “चम्पा! ओ चम्पा !! मै मन्दिर दीप जलाकर आती हूँ तब तक तू खाने की तैयारी कर। “चम्पा को आवाज देकर उसकी सासुमाँ पूजा की थाली लेकर बाहर निकल गई। सासु माँ तुलसी चौरे पर दीप जलाकर आती होगी। आते ही उन्हें गर्मागर्म स्वादिष्ट सब्जी […]
Read Moreद्वारा:- वरिष्ठ साहित्यकार सविता चडढा (नई दिल्ली) विधि:- कहानी (संक्षिप्त कथा) शीर्षक:-“कर भला तो हो भला” कनिका को जब से यह सूचना मिली है कि उसके पिता को अपने कारोबार मेंं काफी बड़ा घाटा हो गया है और वे बहुत परेशान हैं। उसे यह भी बताया गया है कि उसके पिता द्वारा प्रेषित सामान को गुणवत्ता […]
Read Moreसाप्ताहिक लेखन प्रतियोगिता में इस बार हम बात कर रहे हैं परवरिश की एक बालक के जन्म मात्र से ही उसका जीवन निर्धारित नहीं होता अपितु उसके पालन-पोषण पर उसका पूरा व्यक्तित्व आधारित है परवरिश अच्छी या बुरी इसका निर्णय उसके साथ रहने वाले एवं उसके जीवन के अनुभव से ज्ञात होता है अतः आज […]
Read Moreई-पत्रिका हर स्त्री एक “प्रेरणा” द्वारा संचालित Facebook Group, Writer’s Club में साप्ताहिक काव्य / कहानी लेखन प्रतियोगिता मिति 7/06 /2021 से 12 /06 /2021 में भोपाल मध्य प्रदेश की श्रीमती सुनीता मिश्रा जी की उल्लेखनीय प्रस्तुति को हमारी वेबसाइट पर Featured Post के रूप में प्रकाशित किया जाता है। सुनीता जी आपको अनेक शुभकामनाएं […]
Read Moreनारित्व क्या केवल एक नैरा मात्र है। इतिहास के बहुत पुराने पन्नों की तरफ नजर ना भी डालें और बस अपने ही जीवन काल में चारों दिशाओं पर देखे तो हम बहुत सी जगह पर स्त्री का पुरुष की तुलना में भेदभाव देख पाएंगे। चाहे एक ही मां से जन्मे भाई बहन हो अथवा विवाह […]
Read MoreThis post is written for #StorytellersBlogHop FEB 2021 hosted by Ujjwal Mishra & MeenalSonal. मुझे हर बार ऐसा लगता है कि “चाहत” को किसी भी दायरे में बाँधा नहीं जा सकता और ये चाहत का अनूठा भाव जीवन में अनगिनत बार अपना रंग जमाता है। यहां तक कि जब मन को कोई भा जाए तो आस […]
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